मुगल साम्राज्य का इतिहास (History of the Mughal Empire)

मुगल वंश का संस्थापक बाबर था। उसने पानीपत के प्रथम युद्ध (1526 ई०) में इब्राहिम लोदी को पराजित कर भारत में मुगल वंश की स्थापना की।।

 बाबर

  •  बाबर फरगना के शासक उमर शेख मिर्जा का बेटा था।
  •  पानीपत के प्रथम युद्ध में बाबर ने पहली बार तुलगमा पद्धति तथा तोपखाने का प्रयोग किया था।
  •  बाबर ने अपनी आत्मकथा 'बाबरनामा' की रचना तुर्की भाषा में की, जिसका अनुवाद बाद में फारसी भाषा में अब्दुल रहीम खानखाना ने किया।
  •  प्रारंभ में बाबर के शव को आगरा में दफनाया गया, बाद में काबुल में दफनाया गया।
Babar Ke Shasankal me Lade gye pramukh yudhy
Babar Ke Shasankal me Lade gye pramukh yudhy


हुमायूं  (1530-40, 1555-56 ई०)

  •  हुमायूं ने अपने राज्य का बंटवारा अपने भाइयों में कर दिया।
  • 1533 ई० में उसने 'दीनपनाह' नामक नगर की स्थापना की।
  • जून 1539 ई० में हुमायूं तथा शेरखान के बीच चौसा का युद्ध हुआ, जिसमें हुमायूं पराजित हुआ।
  • 1540 ई० में हुमायूं तथा शेर खाँ, के बीच कन्नौज या बिलग्राम का युद्ध हुआ, जिसमें हुमायूं पुनः पराजित हुआ तथा उसे भारत छोड़कर भागना पड़ा।
  • हुमायूं के निर्वासन काल में ही 1542 ई० में अमरकोट में अकबर का जन्म हुआ।
  • 1555 ईस्वी में 'मच्छीवाडा एवं सरहिंद के युद्ध' में हुमायूं ने अपना खोया साम्राज्य वापस प्राप्त कर लिया।
  • 1556 ई० में दिनपनाह भवन में स्थित पुस्तकालय की सीढ़ियों से गिरकर हुमायूं मृत्यु हो गई।

शेरशाह सूरी (1540-45 ई०)

  •  शेरशाह का असली नाम फरीद खां था उसके पिता हसन खान सासाराम के जमीदार थे|
  •  उसने पुराने सिक्कों की जगह शुद्ध सोने चांदी के सिक्के जारी किए
  •  उसने 'जब्ती' प्रणाली लागू की, जिसके अंतर्गत लगान का निर्धारण भूमि की माप के आधार पर किया जाता था।
  • शेरशाह ने रुपया का प्रचलन शुरू किया, जो 178 ग्रेन चांदी का होता था।
  • शेरशाह ने दिल्ली में पुराने किले का निर्माण करवाया। उसके अंदर 'किला ए कुहना मस्जिद' का निर्माण करवाया।
  • उसके शासनकाल में मलिक मोहम्मद जायसी ने पद्मावत की रचना की।
  • शेरशाह का मकबरा सासाराम में स्थित है।
  • कालिंजर विजय अभियान के दौरान शेरशाह की तोप फटने से मृत्यु हो गई।
  • शेरशाह ने 'सड़क ए आजम' (ग्रांड ट्रक रोड) का निर्माण करवाया जो सोनारगांव से पेशावर तक जाती थी।

अकबर (1556- 1605 ई०)

  • अकबर का राज्याभिषेक 14 वर्ष की आयु में पंजाब के कलानौर नामक स्थान पर हुआ था।
  • बैरम खान अकबर का संरक्षक था।
  • पानीपत का द्वितीय युद्ध नवंबर 1556 ई० में हुआ, जिसमें बैरम खां के नेतृत्व वाली मुगल सेना ने हेमू के नेतृत्व वाली अफगान सेना को पराजित किया।
  • अकबर के शासनकाल के दौरान 1576 ई० में मेवाड़ के शासक राणा प्रताप तथा मुगल सेना के बीच 'हल्दी-घाटी का युद्ध' हुआ, जिसमें मान सिंह के नेतृत्व में मुगल सेना विजई रही।
  • अकबर के दीवान राजा टोडरमल ने 1580 ई० में 'दहसाला बंदोबस्त' लागू किया।
  • दीन-ए-इलाही स्वीकार करने वाला प्रथम एवं अंतिम हिंदू राजा बीरबल था। बीरबल के बचपन का नाम महेश दास था।
  • अबुल फजल ने 'आईन-ए-अकबरी' तथा 'अकबरनामा' नामक ग्रंथ की रचना की।
  • अकबर के दरबार में 'नवरत्न' थे जिसमें तानसेन, बीरबल, टोडरमल आदि प्रमुख थे।
  • "मनसबदारी प्रथा' एक विशिष्ट सैन्य एवं प्रशासनिक व्यवस्था थी, जिसे भारत में अकबर ने प्रारंभ किया था।
  • अकबर के दरबार में अब्दुस्समद, दसवंत एवं बसावन प्रमुख चित्रकार थे।
  • अकबर का मकबरा सिकंदराबाद में है।
Akabar ke work
Akabar ke work

जहांगीर  (1605-1627 ई०)

  • जहांगीर के बचपन का नाम सलीम था। यह नाम अकबर ने सूफी संत शेख सलीम चिश्ती के नाम पर रखा था।
  • जहांगीर को 'न्याय की जंजीर' के लिए याद किया जाता है जो उसने आगरा के किलें में लगवाई थी।
  • अपने विद्रोही पुत्र खुसरो का साथ देने के आरोप में उसने सिखों के पांचवे गुरु अर्जुन देव को फांसी दे दी थी।
  • जहांगीर ने मेहरून्निसा को शादी के बाद 'नूरमहल' एवं 'नूरजहां' की उपाधि दी।
  • नूरजहां ईरान निवासी ग्यासबेग की पुत्री एवं अली कुली बेग (शेर अफगन) की विधवा थी।
  • जहांगीर के शासनकाल में ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में अपनी पहली फैक्ट्री सूरत में स्थापित की।
  • जहांगीर ने अपनी आत्मकथा 'तुजुके जहांगीरी' की रचना फारसी भाषा में की।
  • जहांगीर के समय मुगल चित्रकला चरमोत्कर्ष पर थी।
  • जहांगीर के दरबार में आगा रजा,अबुल हसन,उस्ताद मंसूर,बिशनदास,मनोहर आदि प्रमुख चित्रकार थे।
  • जहांगीर की मृत्यु भीमवार नामक स्थान पर हुई। उसे शहादरा (लाहौर) में रावी नदी के किनारे दफनाया गया।

शाहजहां (1627 1658 ई०)

  • शाहजहां के शासनकाल को स्थापत्य कला का स्वर्ण युग कहा जाता है।
  • उसने पुर्तगालियों के बढ़ते प्रभाव को समाप्त करने के उद्देश्य से 1632 ई० में पुर्तगालियों से युद्ध किया एवं हुगली पर अधिकार कर लिया।
  • उसने दिल्ली में एक महाविद्यालय का निर्माण एवं दारुल बका नामक महाविद्यालय की मरम्मत करवाई।
  • उसने दिल्ली में 'शाहजहानाबाद' नामक नया शहर बसाया तथा यहां नई राजधानी स्थापित की।
  • मयूर सिंहासन का निर्माण शाहजहा ने ही करवाया था।
  • अपनी बेगम मुमताजमहल की याद में शाहजहां ने आगरा में ताजमहल का निर्माण करवाया।
  • शाहजहां द्वारा बनवाई गई प्रमुख इमारतें हैं- दिल्ली का लाल किला, दिल्ली की जामा मस्जिद, आगरा  की मोती मस्जिद आदि
  • उत्तराधिकार के युद्ध  में औरंगजेब ने शाहजहां को बंदी बनाकर आगरा के किले में डाल दिया जहां, 1666 ई० में उसकी मृत्यु हो गई।

औरंगजेब (1658-1707 ई०)

  • औरंगजेब को शासक बनने के लिए अपने भाइयों से युद्ध करना पड़ा था।
  • दारा एवं औरंगजेब के बीच उत्तराधिकार का अंतिम युद्ध देवराई की घाटी में 1659 ई० में हुआ युद्ध में औरंगजेब बिजी रहा उसके बाद उसने इस्लाम धर्म की अवहेलना के आरोप में दारा की हत्या करवा दी।
  • 1659 ई० में दिल्ली में शाहजहां के महल में दूसरी  बार औरंगजेब का राज्य अभिषेक हुआ।
  • औरंगजेब के समय मुगल साम्राज्य का सर्वाधिक विस्तार हुआ था। उसके शासनकाल में हिंदू मनसबदारो की संख्या भी सबसे अधिक थी।
  • इस्लाम धर्म नहीं स्वीकार करने के कारण सिखों के नौवे गुरु तेज बहादुर की हत्या औरंगजेब ने करवा दी।
  • उसे 'जिंदा पीर' भी कहा जाता है।
  • उसने 1679 ई० में हिंदुओं पर जजिया कर लगाया।
  • उसने 'झरोखा दर्शन' तथा 'तुलादान प्रथा' पर प्रतिबंध लगा दिया।
  • औरंगजेब ने अपना अधिकतर समय दक्षिण भारत को जीतने में लगा दिया जो, उसके लिए नासूर साबित हुआ।
  • औरंगजेब को मृत्यु के बाद दौलताबाद के निकट दफनाया गया। उसका मकबरा औरंगाबाद में स्थित है।
  • दिल्ली के लालकिला में 'मोती मस्जिद' का निर्माण औरंगजेब ने करवाया था।